इस मुल्क में फैमिली पॉलिटिक्स बहुत पुरानी बात है…

फैमिली पॉलिटिक्स बहुत पुरानी बात है इस मुल्क में, मुगलों के दौर में, अंग्रेजों के दौर में, आजादी के बाद भी यही परंपरा चलता आ रहा है राजा का बेटा बनेगा?

Politics of family politics is a very old thing in India

शुरुआत कांग्रेस ने की, एक के बाद एक उत्तराधिकारी नियुक्त करते गए और जनता ने खुशी खुशी से अपना भी लिया। बीजेपी भी इस से बच नहीं पाई यहां भी कई राजपुत्र गद्दीनशी हुए, केबिनेट मंत्री पियूष गोयल के पिता वेदप्रकाश गोयल पूर्व केबिनेट मंत्री रह चुके है।

केंद्र मंत्री अनुराग ठाकुर के पिता प्रेम कुमार धूमल हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके है, केंद्र मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह नोएडा के विधायक है, केंद्र मंत्री धर्मेंद्र प्रदान के पिता देवेंद्र प्रधान केबिनेट मंत्री रह चुके है।

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पिता गंगाधर फडणवीस भी पूर्व बीजेपी MLC रह चुके है, केंद्र मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधव राव सिंधिया भी पूर्व केंद्र मंत्री रह चुके है।

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष मोतिलाल नेहरू से पूर्व प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरु और पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी से लेकर पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी और अब पूर्व कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचीव प्रियंका गांधी तक लंबी कहानी है। पूर्व प्रधान मंत्री और जेडीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा के बेटे पूर्व मुख्य मंत्री एचडी कुमारसामी और MLA एचडी रेवन्ना है।

तमिलनाडु के पूर्व मुख्य मंत्री एम करुणानिधि के बेटे वर्तमान मुख्य मंत्री और डीएमके पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमके स्टालिन और बेटी कनिमोझी करुणानिधि सांसद है।

ओडिसा के पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक के बेटे नवीन पटनायक वर्तमान राज्य के मुख्य मंत्री और बीजेडी पार्टी के अध्यक्ष है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री मुलायम सिंह यादव के बेटे पूर्व मुख्य मंत्री और सामाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव है, इनके भाई शिवपाल यादव विधायक है भतीजे सांसद है और बहु डिंपल यादव सांसद है।

बिहार के पूर्व मुख्य मंत्री और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की पत्नि राबड़ी देवी पूर्व उप मुख्यमंत्री है, बेटे तेजस्वी यादव बिहार के उप मुख्यमंत्री है, एक और बेटा तेज प्रताप यादव कैबिनेट मंत्री है और बेटी मीसा भारती राज्यसभा में सांसद है।

कांग्रेस पार्टी के ही और पूर्व केंद्र मंत्री ललित नारायण मिश्रा के बेटे विजय मिश्रा पूर्व सांसद और ऋषि मिश्रा पूर्व विधायक और भाई पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा और इनके बेटे नीतीश मिश्रा पूर्व मंत्री और विधायक है।

कांग्रेस पार्टी के ही और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्यामा चरण शुक्ला के बेटे अमितेश शुक्ला छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री है और इनके भाई विद्या चरण शुक्ला पूर्व केंद्र मंत्री रह चुके है।

पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवी लाल के बेटे ओम प्रकाश चौटाला पूर्व मुख्यमंत्री हरियाणा और आईएनएलडी अध्यक्ष है और रंजीत सिंह चौटाला पूर्व मंत्री सांसद/विधायक रह चुके है।

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के पहले बेटे दुर्गा सोरेन MLA थे दूसरे बेटे हेमंत सोरेन राज्य के मुख्यमंत्री है तीसरे बेटे बसंत सोरेन विधायक है, और बहु सीता सोरेन MLA है। महाराष्ट्र के शिव सेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे के बेटे पूर्व मुख्यमंत्री और शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और इसके बेटे आदित्य ठाकरे पूर्व मंत्री और अभी MLA हैं। पश्चिम बंगाल के मुख्य मंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी TMC पार्टी के महासचिव और सांसद है।

हैदराबाद के पूर्व सांसद सुलतान सलाहुद्दीन ओवैसी के बेटे असदुद्दीन ओवैसी सांसद और एमआईएम अध्यक्ष है और इनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी विधायक है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा पूर्व सांसद है और इनके बेटे अब्दुल्लाह आजम खान पूर्व विधायक है। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती सईद की बेटी महबूबा मुफ्ती पूर्व मुख्यमंत्री, और बेटा तसद्दुक मुफ्ती MLC रह चुके है।

पूर्व प्रधान मंत्री चौधरी चरण सिंह के बेटे अजीत सिंह पूर्व केन्द्रीय मंत्री रह चुके है और इनके बेटे चौधरी जयंत सिंह आरएलडी पार्टी के अध्यक्ष और सांसद है।

अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल केंद्र सरकार में राज्यमंत्री हैं। उनके पति आशीष पटेल प्रदेश सरकार में मंत्री हैं। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और ओमप्रकाश राजभर जो विधायक है और उनके बेटे पूर्व विधायक और पार्टी महासचिव अरविंद राजभर है।

कांशीराम जी ने बहुजन समाज पार्टी की बागडोर मायावती जी को सौंपी और अपने परिवार को राजनीति से दूर रखा, कांशीराम हमेशा परिवारवाद राजनीति के विरोधी रहे, और अब मायावती जी ने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है।

चाहे राष्ट्रीय स्तर का राजनितिक दल हो क्षेत्रीय राजनितिक दल हो परिवारवाद हर दल में किसी न किसी रूप में मौजूद है, राजनीत में नए प्रतिभाओं और गैर राजनितिक पृष्ठ भूमि वाले नेताओं को आगे बड़ने के लिए काफ़ी मेहनत करनी पड़ती है। ये गॉडफादर का हाथ और राजकुमार की सिंहासन की परंपरा न जाने इस मुल्क में कब ख़त्म होगी।

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