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Morocco Earthquake Today: अफ़्रीकी और यूरेशियाई प्लेटों के बीच स्थित होने के कारण मोरक्को के उत्तरी क्षेत्र में अक्सर भूकंप आते रहते हैं.
Morocco Earthquake: मोरक्को (Morocco) के मराकेश के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में शुक्रवार (8 सितंबर) की देर रात को 6.8 तीव्रता के जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए जिसमें लगभग अभी तक 632 से भी ज्यादा लोगों की मौत होने की खबर सामने आ रहें हैं. हालांकि, BBC और CNBctv18 की रिपोर्ट के मुताबिक मौतों का आकंड़ा 632 से ज्यादा पहुंच चुका है. इस बात की पुष्टि खुद मोरक्को के आंतरिक मंत्रालय ने मीडिया से कि है. इसके अलावा बात यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने दी. बताया गया कि करीब रात के 11:11 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. इस भूकंप के झटके 18.5 किलोमीटर की गहराई पर था एपीसेंटर मारकेश से 71 किलोमीटर दूर.
मकान मलबे में तब्दील हुए
BBC पर पोस्ट किए गए वीडियो के मुताबिक भूकंप की झटके की वजह से मलबा संकरी गलियों में चारों तरफ बिखरा पड़ा है और लोगों के घरों के सामान अलमारियों से गिरा हुआ दिख रहा है. भूकंप की तीव्रता कि बात करे तो यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने शुरुआती आंकड़े पेश किए, जिसको लेकर यूएस जियोलॉजिकल सर्वे आर्थिक नुकसान को दर्शाने के लिए एक ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें अनुमान लगाया गया है कि और भी ज्यादा नुकसान होने की संभावना बनी हुई है.
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Morocco Earthquake Today Updates: यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने शुरुआती आंकड़े पेश करते हुए भूकंप के झटकों की वजह से जितनी मौतों हुई है उसके लिए पीला अलर्ट जारी कर दिया है, जो दर्शाता है कि कुछ हताहत होने की संभावना अभी भी बनी हुई है. क्या कहा है USGS ने, “इस क्षेत्र की आबादी वैसे इलाकों में रहती है, जो भूकंप के झटकों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है.”
मोरक्को में पहले भी आते रहें हैं भूकंप
यूरेशियाई प्लेटों और अफ़्रीकी के बीच स्थित होने के कारण मोरक्को के उत्तरी क्षेत्र में भूकंप अक्सर आते रहते हैं 2004 के दौरान पूर्वोत्तर मोरक्को के अल होसेइमा में आए तेज भूकंप के झटकों की वजह से कम से कम 628 लोग मारे गए और 926 घायल हो गए थे.
इसके अलावा 1980 में मोरक्को के पड़ोसी देश अल्जीरिया में आए 7.3 तीव्रता की तेज भूकंप की वजह से 2,500 लोग मारे गए थे और कम से कम 3 लाख लोग बेघर हो गए थे. जिसे हाल के इतिहास में सबसे बड़े और सबसे विनाशकारी भूकंपों में से एक माना जाता है.
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भूकंप कैसे आता है ?
पृथ्वी के अंदर टेक्टॉनिक प्लेटों के आपस में एक दुसरे से टकराने की वजह से भूकंप के झटके महसूस होता है. 7 प्लेट्स पृथ्वी के अंदर मौजूद होती हैं, जो हमेशा पृथ्वी के अन्दर घूमती रहती है. लेकिन जब ये प्लेटें आपस में टकराती है टकराने कि वजह से फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है, जिसके कारण प्लेटों के सतह के कोने मुड़ जाते हैं और वहां दबाव जॉन बनता है. इसी के वजह से प्लेट्स टूटने लगती हैं. इन प्लेट्स के टूटने के कारण अंदर में एक एनर्जी फॉर्म बना जाता है जो बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसके कारण उस क्षेत्र/धरती हिलने लगती है और इसे हम भूकंप कहते हैं.
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